खेल खेल की जंग है या, हिन्दू मुस्लिम दंगे हैं? न हरा रंग है न है भगवा, देखो ये पूरे नंगे हैं। इन्हें ना ही नफरत, ना ही कुछ पाने की हसरत, जान लिया है मैंने अब तो, बस मानव ही बेढंगे हैं॥ किसने कहा श्रेष्ठ हैं मानव, ये तो सब भिखमंगे हैं। ये तो सब भिखमंगे हैं॥ -- नीरज द्विवेदी
Saturday, December 24, 2011
मैसूर पैलेस के अंदर का एक बेहद खूबसूरत दृश्य: Inside Mysore Palace
Labels:
India,
Inside Mysore Palace,
Karnataka,
Mysore,
Mysore Palace,
अंदर,
का एक बेहद खूबसूरत दृश्य,
के,
पैलेस,
मैसूर
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
No comments:
Post a Comment