Saturday, September 17, 2011

बंदरों का प्रेम

प्रेम राग बन्दर भी जाने, नर ही प्रेम को छोटा माने,
देख मातृत्व बंदरिया का, जीवन की ये गति पहचाने











4 comments:

  1. प्रेम सभी प्राणियों में व्याप्त है.नयनाभिराम तस्वीरों ने बहुत कुछ कह दिया.(कृपया वर्ड वेरीफिकेशन हटा लें)

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  2. बहुत सुन्दर स्नेप्स हैं....
    सादर बधाई...

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